Top sidh kunjika Secrets
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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः
अं कं चं टं तं पं यं शं वीं दुं ऐं वीं हं क्षं
न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति अष्टमोऽध्यायः
Salutations into the Goddess that has the shape of root chants Who by the chant “Goal” has the shape of the creator Who with the chant “Hreem” has the shape of one who usually takes care of all the things And who through the chant “Kleem” has the shape of enthusiasm
चाय वाले here को बनाया पिता और टेस्ट ड्राइव के बहाने उड़ाई बाइक, आगरा में शातिर चोर का गजब कारनामा
ओं अस्य श्री कुञ्जिका स्तोत्रमन्त्रस्य सदाशिव ऋषिः, अनुष्टुप् छन्दः, श्रीत्रिगुणात्मिका देवता, ओं ऐं बीजं, ओं ह्रीं शक्तिः, ओं क्लीं कीलकम्, मम सर्वाभीष्टसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः ।
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
धां धीं धू धूर्जटे: पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी।
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र में मां दुर्गा की नौ देवियां और दस महाविद्या का वर्णन है.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः
न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम् ।
ग्रहों के अशुभ प्रभाव खत्म हो जाते हैं. धन लाभ, विद्या अर्जन, शत्रु पर विजय, नौकरी में पदोन्नति, अच्छी सेहत, कर्ज से मुक्ति, यश-बल में बढ़ोत्तरी की इच्छा पूर्ण होती है.